मिट्टी के है हम और तुम, एक रोज़ मिट्टी में ही मिल जायेंगे। मिट्टी के है हम और तुम, एक रोज़ मिट्टी में ही मिल जायेंगे।
“किसी की जान लेने से तुम अपने ईटो के घर को तो एक बार को बचा भी सकते हो लेकिन क्या अपने “किसी की जान लेने से तुम अपने ईटो के घर को तो एक बार को बचा भी सकते हो लेकिन क्य...
निकलो यहाँ से अब तुम यहाँ नहीं रह सकते,अब मैं तुम्हारा ख़र्चा नहीं उठा सकता।"सुरेश के यह निकलो यहाँ से अब तुम यहाँ नहीं रह सकते,अब मैं तुम्हारा ख़र्चा नहीं उठा सकता।"सुरे...
सबको पूर्ण विश्वास था मंत्री जी आज एक एक आदमी की बात सुनेंगे और सबके समस्या का निराकरण सबको पूर्ण विश्वास था मंत्री जी आज एक एक आदमी की बात सुनेंगे और सबके समस्या का न...
मालिक राम ने अपनी बहु के असीम यत्नों से खुश हो उन्हें दो पुत्रों का वरदान दिया मालिक राम ने अपनी बहु के असीम यत्नों से खुश हो उन्हें दो पुत्रों का वरदान दिया
हमें सभी को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलानी होगी। हमें सभी को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलानी होगी।